
"कह दे?"
"कहिए न!"
"सच में कह दे?"
"सच में कह दीजिए न!"
"शर्मा जाओगी!"
"शरमा जाने दीजिए!"
"तो कह देते हैं!"
"जी कहिए!"
"प्यार हो गया है आपसे !"
वो शरमा गई.. अपने दूध से गोरे हाथों से अपने रूप को छुपाने लगी तभी उसके प्रेम उसके पति ने जुनून से उसके हाथों को चूमा और शिद्दत से बोला -
"तो शुरू करे हमारी प्रेम कहानी एक नए सिरे से.. मिलवा दे इस दुनिया को चौहान साहब और उनकी चांदनी की जुनूनी प्रेम कहानी से..??"
उस रूप की रानी ने बड़ी खूबसूरती से हा में अपनी गर्दन हिला दी और पति के प्रेम में प्रेममय होकर उसके सीने से लग गई।
जयपुर, राजस्थान.......
अब राजस्थान अर्थात राजपूताना के विषय में तो जितना कहे उतना कम है। राजस्थान यानि कि राजाओं की भूमि, राजपूतों की आन बान और शान। जिसके कण कण में त्याग, वीरता, शौर्य, साहस, मातृत्व प्रेम बहती है जहां एकलिंग जी महाराज (भगवान शिव) की महिमा, करणी मां की पावन मरुधरा, अन्य कई लोकप्रिय देवी देवताओं की पवित्र और महान भूमि है। राजस्थान अपने आप में एक भारत है क्यों? क्योंकि इस राज्य के पश्चिमी क्षेत्र में विश्व का सुप्रसिद्ध थार का मरुस्थल पाया जाता है, उत्तर दक्षिण दिशा में अरावली पर्वत श्रृंखला, घने जंगल, ऊंचे पहाड़, झीलें, नदियां और तालाब पाएं जाते है, अर्थात सूखे और हरियाली का अनूठा मिश्रण है ये हमारा प्यारा राजस्थान। कई जिलों में वर्ष और जल की कमी है तो कई जिलों में मूसलाधार बारिश होती हैं घनी आबादी पाई जाती है तो कई जिले सुने पड़े रहते है। भौगोलिक स्थानों का अनूठा मिश्रण है ये भारत के सबसे बड़ा राज्य राजस्थान और इसी राज्य की राजधानी जयपुर में यानी कि गुलाबी नगरी में शुरू होने जा रही है इश्क, तड़प, बेकरारी, बेताबी और जुनून से भरी बेमिसाल प्रेम कहानी की शुरुआत, सीएम चौहान की अकल्पनीय और अद्वितीय प्रेम कहानी का शुभारंभ होने जा रहा है।
मर्यादाओं, संस्कारों, रीति रिश्तों, धार्मिक आस्थाओं, शान और गुरुर और रईस खानदानों की भूमि राजस्थान का एक नामचीन और रईस राजघराना चौहान खानदान जिसकी धाक पूरे राज्य में। अब होगी ही जाहिर सी बात है आर्थिक और सामाजिक मामले में यह खानदान प्रबल और शक्तिशाली होने के साथ-साथ अब राजनीतिक क्षेत्र में भी प्रबल हो चुका है क्यों क्योंकि चौहान खानदान का इकलौता चिराग इस समय राजस्थान राज्य भूमि का चीफ मिनिस्टर है अर्थात मुख्यमंत्री है जिसका मात्र 27 वर्ष की उम्र में राजस्थान की विवादास्पद और खतरनाक राजनीति में दबदबा है। महाशय की उम्र मात्र सताइस वर्ष है लेकिन बड़े से बड़ा राजनेता सर झुका कर आज उनके सामने खड़ा रहता है क्यों क्योंकि उनका पद आज उन सबसे ज्यादा ऊंचा है।
राज्य में पाई जाने वाली हर उम्र की जनता अपने चीफ मिनिस्टर के पीछे दीवानी है उनकी एक झलक दिखते ही जनता पागल सी हो जाती है उन्हें देखने के लिए कई घंटे तक लंबी कतारें लगती है उनके एक छोटे से छोटे सम्मेलन में भी लाखों करोड़ों लोगों की भीड़ जमा हो जाती है और हां इन्हीं महान सीएम की प्रेम कहानी से में आप सबको मिलवाने जा रही हूं तो अब शुरू करते हैं।
चौहान महल...........
जयपुर शहर के पोर्श अर्थात रईस एरिया में एक बड़ा सा सफेद संगमरमर से बना महल जिसके चारों ओर 24 घंटे टाइट सिक्योरिटी तैनात रहती है कि किसी महल के अंदर इतने बड़े राज्य के चीफ मिनिस्टर निवास करते हैं हालांकि चीफ मिनिस्टर के लिए अलग बंगले की व्यवस्था की गई है लेकिन हमारे चीफ मिनिस्टर अपने परिवार को छोड़कर अकेले किसी बंगले में नहीं रहना चाहते इसलिए वे अपने परिवार के साथ चौहान महल में निवास करते हैं जिस वजह से महल के चारों तरफ और कई किलोमीटर तक हाय और टाइट सिक्योरिटी की व्यवस्था है कोई परिंदा भी पर नहीं मार सकता इतने खूंखार और चालक सिक्योरिटी गार्ड 24 घंटे हथियार लेकर तैनात रहते हैं। इसी महल के पावन और मनमोहक पूजा कक्ष में बाल गोपाल अर्थात हमारे कान्हा जी की प्रतिमा के आगे बैठी एक सभ्य और सुसंस्कृत महिला जिनकी उम्र पचास वर्ष के आसपास होगी, फूलों की माला बनाते हुए प्रसन्न होते हुए बोली-
कान्हा जी! आपके आशीर्वाद से हमारे कुंवर का स्वप्न पूर्ण हुआ और अब वो राजस्थान के मुख्य मंत्री बन गए हैं आज शाम को उनका शपथ ग्रहण समारोह है उसके पश्चात हमारे कुंवर इस राज्य के मालिक बन जाएंगे और उनका सपना पूरे होते ही हमारा भी वर्षों पुराना सपना पूरा हो जाएगा और अब हम अपनी बहू को ब्याह कर पूरे मान सम्मान और रीति रिवाज के साथ अपने इस चौहान महल के आंगन में ले आएंगे हमारे कुंवर की पत्नी चौहान खानदान की इकलौती बहू...!!
इतना कहकर उत्तरा जी सीएम चौहान की माता जी असीम आस्था से कान्हा जी को फूलों की माला पहनाते हुए बोली -
कल ही उनकी तस्वीर देखी हमारा तो दिल आ गया उस रूपाली कन्या पर जो हमारे कुंवर की पत्नी बनेगी.. सच में हमने, हमारे पति ने, इस पूरे परिवार ने और कुंवर ने अवश्य कोई अच्छे कर्म किए होंगे तभी हमें इतनी अच्छी कन्या मिल रही है जो इतनी सुंदर होने के साथ-साथ इतने गुणवान और सुशील है.. अब समय हो गया है कि हम अपनी बहू को ब्याह कर अपने घर ले आए अब हम और इंतजार नहीं कर सकते..!!
उत्तरा जी खुश हुए जा रही थी वहीं उनकी खुशी देखकर पूजा कक्ष के द्वार पर खड़ी शालिनी जी दुःखी हुए जा रही थी क्योंकि उन्हें चौहान खानदान में अपना दबदबा कायम करना था क्योंकि उनका अपना बेटा जो उम्र में छब्बीस वर्ष का है लेकिन पैरों से अपाहिज था जीवन भर के लिए और एक बेटी थी जिसके लिए अच्छा रिश्ता ढूंढा जा रहा था। वंश आगे बढ़ाने के नाम पर शालिनी जी के पास मात्र एक ही रास्ता था वह था इस घर का इकलौता चिराग सीएम चौहान जोकि उनका अपना बेटा नहीं है उनकी जेठानी का बेटा है जिस वजह से उन्हें अपनी जेठानी से जलन होती है कि आगे जाकर भविष्य में ये सारी जायदाद ये सब कुछ सिर्फ उसकी जेठानी को और उनके बेटे को मिलेगी इसलिए शालिनी जी चाहती है कि इस घर में ऐसी बहू आए जो इस घर को अशांत कर दे इस घर के चिराग को जोकि राज्य का मुख्यमंत्री बन गया है पूरी तरह से परेशान कर दे, उसके खिलाफ कदम उठाए, इस घर के सारे रीति रिवाज को ठुकरा दे, अपनी सारी मर्यादाएं भंग कर दे कुल मिलाकर वह अपने ही परिवार में एक ऐसी बहू चाहती थी जो अच्छे संस्कारों वाली ना हो ताकि उसकी जेठानी का दबदबा इस परिवार में ना बन सके।
शालिनी जी अपने बुरे इरादों में कामयाब तो कैसे ही हो सकती है क्योंकि उनके सामने स्वयं सीएम चौहान मौजूद है जो इतने ज्यादा खतरनाक है कि अपनी एक नजर से ही वे सामने वाले के पूरे खानदान का पता लगा सकते हैं कि वह किस प्रकार का है उसके तौर तरीके उसका व्यवहार कैसा है और ऐसा चालाक और कुटिल व्यक्ति अपने घर में कोई भी खराब इंसान नहीं आने दे सकता। उत्तरा जी को मुस्कुराते देख शालिनी जी झूठी मुस्कान लिए बोली-
जीजी सा!!! हम भी चाहते हैं कि आपका इंतजार जल्दी से खत्म हो जाए इसलिए हम तो कहते हैं कि हमने जो लड़की आपको बताई थी उसी के साथ हमारे कंवर का विवाह तय कर दीजिए ताकि जल्दी से घर में बहू आ जाए..!!
ये सुनते ही उत्तरा जी थोड़ा सख्त आवाज में बोली-
ऐसा नहीं हो सकता हमने आपको कितनी बार बताया है कि बाबा सा हुकुम ने जो तय किया था वही होगा और वही कन्या चौहान खानदान की इकलौती बहू बनेगी हमारे बेटे की पत्नी बनेगी उसकी कोई होड़ नहीं है..!!
शालिनी जी ने अपनी मुठ्ठी भींच ली और झूठी मुस्कान लिए बोली-
हां हां जीजी सा! आप बिल्कुल सही कह रही है लेकिन क्या कुंवर विवाह के लिए मानेंगे जैसा कि उनका व्यवहार है लगता नहीं है कि वे विवाह करेंगे उन्हें राजनीति से तो फुर्सत मिलती नहीं है ऐसे में विवाह के बारे में क्या ही सोचेंगे.. याद नहीं जब पिछली बार मजाक में ही विवाह के बारे में बात की गई थी तो उन्होंने कितना गुस्सा किया था खाना भी नहीं खाया था ऐसे में आप उनसे विवाह के बारे में कहेंगे तो क्या इस घर में तनाव पैदा नहीं होंगे क्योंकि कुंवर के गुस्से से तो हम सब भली-भांति परिचित है..!!
ये सुनते ही उत्तरा जी चिंता में पड़ गई और बोली-
बस इसी बात का डर और चिंता है.. ना जाने आजकल के बच्चों को क्या हो गया इन्हें विवाह से इतनी परेशानी क्यों होने लगी है..? कुंवर अब 27 साल के हो गए हैं उनके विवाह की उचित आयु अब हो गई है अब तो उनके बाबा सा ही उनसे बात करेंगे तब वे विवाह के लिए मानेंगे और उन्हें मानना ही होगा..!!
इतना कहकर उत्तरा जी अपने पूजा पाठ में लग गई वहीं शालिनी जी कुटिल मुस्कान लिए अपने मन में बोली-
ऐसी बहू आएगी आपके बेटे के लिए कि आप सबके होश उड़ जाएंगे जितने रीति रिवाज, तौर तरीके, मर्यादाओं और संस्कारों को आप और आपका बेटा लेकर चलता है ना वह उतनी ही ज्यादा उनके खिलाफ जाएगी और हम ऐसे ही लड़की ढूंढना चाहते हैं क्योंकि जो लड़की आप सब ने देखी है वह बहुत संस्कारी और सुशील है अगर ऐसी लड़की इस घर में बहू बनकर आ गई तो आप सब का जीवन सुधर जाएगा और हमारा दबदबा कभी कायम नहीं हो पाएगा लेकिन हम ऐसा नहीं होने देंगे जिस लड़की को आपने चुना है उस लड़की को हम कुंवर की जिंदगी में नहीं आने देंगे.. वैसे भी कुंवर को तो पता ही नहीं है कि उनके लिए एक लड़की को भी चुन लिया गया है जब उन्हें पता चलेगा तो वे खुद ही विवाह के लिए मना कर देंगे क्योंकि उन्हें तो विवाह से कोई मतलब नहीं है उनका दिमाग तो सिर्फ राजनीति में लगा रहता है..!!
शालिनी जी वहां से चली गई मगर उन्होंने कभी ये नहीं सोचा की जो इंसान दूसरों के लिए बुरा सोचता है जो इंसान दूसरों के लिए गड्डा खोदता है अक्सर वह खुद ही उसे खड्डे में जाकर गिर जाता है अब न जाने पवित्र जी के भविष्य में क्या लिखा है क्योंकि हमारे सीएम चौहान के भविष्य में तो प्यार ही प्यार, रोमांस, जुनून, दीवानगी और एक खूबसूरत सी लड़की लिखी है जो बहुत जल्द उन्हें मिलने वाली है।
शाम को चार बजे
आज जयपुर शहर के साथ-साथ पूरे राजस्थान राज्य का माहौल ही कुछ अलग था क्यों क्योंकि आज राजस्थान को पहली बार एक युवा मुख्यमंत्री मिलने जा रहा था। शाम को 4:00 बजे राजस्थान के जयपुर शहर के प्रसिद्ध ऐतिहासिक अल्बर्ट हॉल में मुख्यमंत्री की शपथ होने जा रही थी। समारोह का आयोजन बहुत ही विशाल स्तर पर किया गया था जिसमें देश के कई बड़े-बड़े राजनेताओं के साथ-साथ विदेश से भी कुछ राजनेता आए थे क्योंकि आज जो राजस्थान के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने जा रहा है उसका संबंध न सिर्फ देश में बल्कि विदेशों में भी है उसकी कूटनीति और राजनीति इतनी ज्यादा शक्तिशाली है कि विदेशी नेता भी उससे बहुत अधिक प्रभावित है तो आज उसकी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने आए हैं।
अल्बर्ट हॉल, जयपुर (राजस्थान)
अल्बर्ट हॉल के चारों तरफ और दो-तीन किलोमीटर दूरी तक हाइ और टाइट सिक्योरिटी अरेंजमेंट्स की गई थी कई आर्मी ऑफिसर भी हथियार लेकर वहां मौजूद थे इसके अलावा ब्लैक कमांडो अपनी ड्यूटी पर तैनात थे हथियार लिए और अपनी तेज व पैनी नजरों से चारों तरफ देख रहे थे कि अगर कुछ भी संदेह जनक गतिविधि पैदा होती है तो तुरंत एक्शन लिया जाएगा। अल्बर्ट हॉल में मेहमानों का जमावड़ा शुरू हो गया था भव्य और आलीशान आयोजन किया गया था। मेहमानों के बीच श्रीमान करतार सिंह चौहान जी यानी कि राजस्थान के युवा सीएम के पिताजी चौहान वंश के मुखिया व उनकी पत्नी श्रीमती उत्तरा करतार सिंह चौहान और करतार जी के छोटे भाई प्रवीण सिंह चौहान और उनकी पत्नी शालिनी सिंह चौहान अपनी बेटी नैना सिंह चौहान के साथ वहां मौजूद थे आज सबसे ज्यादा गौरव और गर्व की बात चौहान परिवार के लिए ही थी क्योंकि उनके खानदान का इकलौता चिराग आज राजस्थान के सबसे ऊंचे और सम्मानजनक पद पर आसीन होने जा रहा है इस राजपूताना का मालिक बनने जा रहा है राजस्थान का युवा मुख्यमंत्री बनने जा रहा है। उनकी आंखों में चमक खुशी और गर्व साफ नजर आ रहा था लेकिन शालिनी जी की आंखों में ऐसी कोई खुशी और गर्व नहीं था उन्हें तो जलन हो रही थी क्योंकि काश अगर उनका बेटा अपाहिज ना होता और वह मुख्यमंत्री बनता तो उन्हें ज्यादा खुश होती लेकिन ऐसा नहीं हो सकता था वे बस मजबूरी में यहां पर बैठी थी अपने पति प्रवीण सिंह चौहान के डर से।
जैसे ही 4:00 बजे तभी शंखनाद हुआ जिसकी आवाज सुनते ही कईयों के दिल की धड़कनें बढ़ गई खास करके सुप्रिया जी और करतार सिंह जी के और वे एक टक उस अल्बर्ट हॉल के विशाल और भीमकाय द्वार को देखने लगे जहां से उनका बेटा प्रवेश करने वाला था उनका लाडला बेटा उनका गर्व उनका गुरुर उनका भविष्य उनका सब कुछ। करतार जी ने उत्तरा जी का हाथ थाम लिया और गर्व से देखने लगे वहीं अल्बर्ट हॉल के बाहर चौड़ी और लंबी सड़क पर आर्मी जवान सड़क के दोनों तरफ हथियार लेकर खड़े हो गए। सबसे पहले पुलिस की गाड़ी आई जो तेजी से आगे बढ़ रही थी उसके पीछे एक ब्लैक कलर की गाड़ी आई और उसके पीछे एक लग्जरी ब्लैक रेंज रोवर आई जिस पर सायरन लगा हुआ था और जिस पार्टी का उम्मीदवार मुख्यमंत्री पद जीता है उसी पार्टी का चुनाव चिन्ह लगा हुआ था। उस ब्लैक रेंज रोवर को देखकर आसपास खड़ी भीड़ उत्तेजित हो गई और जोर-जोर से सीएम चौहान सीएम चौहान करके चिल्लाने लगे। सीएम चौहान का भव्य और राजशाही काफिला बहुत तेजी से और लाइन से अल्बर्ट हॉल के विशाल द्वार की तरफ बढ़ रहा था। उस काफिले के इर्द-गिर्द कई ब्लैक कमांडो हथियार लेकर तेजी से और पैदल चल रहे थे उनकी नज़रें चारों तरफ थी कहीं से भी कोई लापरवाही नहीं की जा सकती थी क्योंकि राज्य का बहुत बड़ा आदमी उस गाड़ी के अंदर मौजूद है। जिसकी शान और सुरक्षा में कोई कमी नहीं होने दी जा सकती।
उम्र मात्र 27 साल है लेकिन दुश्मन अभी से इतने पैदा कर लिए हैं कि जान से मारने की धमकी तो दिन में कई बार आती है लेकिन ये महाशय डरते नहीं है बल्कि अपनी कातिल मुस्कान लिए अपने एक-एक दुश्मन का इंतजार करते हैं क्योंकि इन्हें पता है कि जिस दिन से इन्होंने राजस्थान की बागडोर संभाली उस दिन से जीना हराम कर देंगे उन सभी भ्रष्टाचारियों और देशद्रोही नेताओं का। आज कई भ्रष्टाचारी और देशद्रोही नेता जो हमेशा भारत और राज्य के खिलाफ बोलते हैं अपने-अपने घर में बैठकर रो रहे थे उनकी लाख कोशिशें के बावजूद चौहान साहब आखिर में जीत ही गया और बन गया राजस्थान का मुख्यमंत्री अब उसे कोई नहीं रोक पाएगा अब वही होगा जो वो चाहेगा।
अल्बर्ट हॉल के सिटिंग एरिया में सब लोग बेताबी से मुख्यमंत्री का इंतजार कर रहे थे दिल की धड़कने सबकी बढ़ने लगी थी खास करके उत्तरा जी और करतार जी की तभी सबके कानों में पुलिस की गाड़ी का सायरन सुनाई दिया उसके बाद रेंज रोवर का हॉर्न सुनाई दिया जिसे सुनते ही अल्बर्ट हॉल के सीटिंग एरिया में शोर मचने लगा और सीएम चौहान का नाम लेकर सब लोग ग्रीटिंग करने लगे तभी सीएम चौहान का काफिला अल्बर्ट हॉल के मुख्य द्वार पर आकर रुक गया। उस आलीशान और शानदार काफिले को देखकर सब लोग अपनी जगह से खड़े हो गए उस उम्र में छोटे लेकिन अपनी चालाकी कुटिलता और ज्ञान में बड़े व्यक्ति के सम्मान में। चार से पांच गाड़ियां लाइन से खड़ी थी पुलिस ऑफिसर बाहर निकले और चारों तरफ फैल कर खड़े हो गए, दूसरे नंबर की गाड़ी से सीएम की पर्सनल सिक्योरिटी बाहर निकली और वे भी अपना-अपना स्थान ग्रहण करके खड़े हो गए। तीसरे नंबर की रेंज रोवर में से आगे वाली सीट से एक ग्रे कलर का श्री पीस सूट पहने व्यक्ति बाहर निकल आया जिसने काला चश्मा पहना हुआ था उसने पहले चश्मा में से चारों तरफ देखा जो उसको सब कुछ ठीक लगा तब उसने बैंक साइड का दरवाजा खोला और अपना सर झुका लिया तभी एक व्यक्ति ने जो करोड़ों दिल की धड़कन यूं ही पल भर में बढ़ा देता है जो कई लड़कियों का सपना है जो अपने माता-पिता का गर्व है जो राजस्थान का युवा मुख्यमंत्री बनने जा रहा है वो अपने कदम गाड़ी से बाहर राजस्थान की गौरवपूर्ण धरती पर रखता है और गाड़ी से बाहर निकल आता है। उस हैंडसम डैशिंग और आकर्षक व्यक्तित्व के अकल्पनीय व्यक्ति को देखकर सबके चेहरे पर अपने आप ही मुस्कान आ जाती है। इतना हँडसम और डैशिंग पर्सनालिटी का इंसान बहुत कम देखने को मिलता है लेकिन इस राज्य का तो मुख्यमंत्री खुद इतना हैंडसम है।
काले रंगे के जोधपुरी सूट पहने चौहान खानदान का इकलौता चिराग, जिसके चेहरे पर राजपूती शान और गुरुर नजर आ रहा, बाहर निकल आया और अपनी काली गहरी और तेज़ कुटिल नजरों चारों तरफ देखने लगा। सब लोग दीवानों की तरह उसे देख रहे थे और सीएम चौहान !!!! सीएम चौहान !!!!! कहकर चिल्ला रहे थे। उन सभी को देखकर उस हैंडसम और आकर्षक व्यक्ति ने बेहद आकर्षक और शानदार तरीके से अपने हाथ जोड़कर सभी को नमस्ते किया तो वहां का शोर और ज़्यादा बढ़ने लगा। वो व्यक्ति अपनी आकर्षक और दमदार चाल चलते हुए स्टेज की तरफ बढ़ने लगा जहां पर राज्य के राज्यपाल और कई बड़ा नेता मौजूद थे उसके स्वागत में। जैसे जैसे वो व्यक्ति रेड कारपेट पर चलते हुए आगे बढ़ रहा था उस पर फूलों की वर्षा की जा रही थी। शपथ ग्रहण समारोह का लाइव टेलीकास्ट पूरे भारत में हो रहा था और सबकी सांसे थमी हुई थी, दिल की धड़कनें बढ़ी हुई और बेताबी बढ़ने लगी थी कि कब इस अकल्पनीय और अद्वितीय व्यक्ति की आकर्षक और दमदार आवाज़ सुनने को मिलेगी।
रामगढ़ तहसील, (जिला जयपुर)
जयपुर शहर से दो घंटे की दूरी पर स्थित रामगढ़ तहसील जो एक बहुत ही सुंदर और सुहावनी तहसील है। उसी शहर की राधानगर कॉलोनी जोकि सभ्य और सुसंस्कृत लोगों की कॉलोनी मानी जाती हैं वहां पर एक बंगले की छत पर टेरेस गार्डन बना हुआ था, ढेर सारे रंग बिरंगे फूलों की कतार लगी हुई थी, कई सब्जियां भी उगी हुई थीं। वहीं उसी बंगले के हॉल में दीवार पर लगी एलसीडी स्क्रीन पर सीएम का शपथ ग्रहण समारोह लाइव टेलीकास्ट हो रहा था जिसे देखते हुए सोफे पर बैठे एक व्यक्ति के चेहरे पर गर्व से ओतप्रोत मुस्कान आ गई और वे अपने बगल बैठी अपनी पत्नी को देखते हुए बोले -
कितनी भाग्यशाली है हमारी बेटी जो उनके पति इस राज्य के मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं..!!
उस व्यक्ति अर्थात आकाश जी की बात सुनकर उनकी पत्नी दीप्ति जी बोली -
बात तो आपकी सही है लेकिन ना तो हमारी बेटी को पता है कि उसके होने वाले पति इस राज्य के मुख्यमंत्री हैं और ना ही इस राज्य के मुख्यमंत्री को पता है कि उनकी होने वाली पत्नी कौन है.. ये दोनों ही एक दूसरे के अस्तित्व से और व्यक्तित्व से अनजान है क्या यह दोनों एक दूसरे को स्वीकार करेंगे क्योंकि इनका विवाह इन दोनों से पूछे बिना तय किया गया है और आजकल के बच्चे ऐसा नहीं मानते.. उन्हें तो अपना जीवनसाथी अपने अनुसार चुनना होता है..!!
यह सुनकर आकाश जी मुस्कुराते हुए बोले -
हम बस इतना जानते हैं कि ये दोनों ही एक दूसरे के असली जीवनसाथी बनेंगे पति-पत्नी के रिश्ते की एक ऐसी मिसाल कायम करेंगे जिसे कभी कोई भूल नहीं पाएगा.. भले ही यह दोनों एक दूसरे के अस्तित्व से अनजान है एक दूसरे से जुड़े रिश्ते को नहीं जानते हैं लेकिन जब इन दोनों को पता चलेगा कि इनका तो जीवन भर का रिश्ता है रिश्ता है तो यह दोनों इस दुनिया के सबसे अच्छे और आदर्श जीवनसाथी बनेंगे अब बस जल्दी से इन दोनों की सगाई हो जाए और फिर विवाह हो जाए..!!
कैसालगा आज का पार्ट कमेंट करके बताइए दोस्तों?
पहले से बता देती हूं कि इस बार नायक नायिका बहुत ज्यादा रोमांटिक है और ज्यादा से ज्यादा रोमांस भी पढ़ने को मिलेगा इस बार बस ढेर सारे कमेंट आने चाहिए और सब्सक्रिप्शन भी बढ़ते रहने चाहिए तभी कहानी आगे बढ़ेगी वरना में रोक दूंगी।
डियर रीडर्स, कहानी का आज बहुत बड़ा पार्ट दिया है और अगला पार्ट जल्दी चाहिए तो ढेर सारे कमेंट आने चाहिए वरना में देरी से पार्ट दूंगी। कहानी बहुत ही ज्यादा जुनूनी और रोमांटिक होने वाली हैं क्योंकि बहुत जल्द नायक नायिका की मुलाकात होने वाली है वो भी बेहद खूबसूरत और जुनून से भरी हुई।
Do support and comment guys
मिलती हूं आपसे नेक्स्ट पार्ट में।
Thank You❤️❤️❤️

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