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Chapter 3

विक्रम अपने मन में सोचता है के सच में मेरे जलाद सिर का ही बेटा है बस इसका फेस अपनी मां के ऊपर गया है जो क्यूट है आखिर दोनों के जीन से tih बना है ये बेटा।

वहीं अबीर ने वी उस तरफ देखा यहां से अभी अभी कृष गया था। उसको जाता हुआ देख कर उसकी आँखें गहरी हो गई और उसकी आंखों में एक ठंडी चमक थी। आस पास का तापमान गिरता ही जा रहा था।

उनका बेटा चार साल का है लेकिन उसके बिहेव से ऐसा लगता है के जैसे बड़ी उमर का हो।

क्रिश अभी घर से अपने कदम बाहर रखने हो वाला था के तभी उसके कानों में अबीर की ठंडी आवाज पड़ती है जो बोल रहा था रुको। अबीर की ठंडी आवाज सुन कर कृष एक पाक के लिए तोह डर जाता है लेकिन अगले हो पल उसके कानों में अबीर की आवाज फिर से पढ़ती है जो बोल बटलर से बोल रहा था के उसे ऊपर उसके रूम में ले जाओ

क्रिश जैसे ही अबीर के शब्द सुनता है। तो वह भागने की कोशिश करता है, लेकिन इससे पहले कि वह अपने छोटे-छोटे कदमों के साथ बाहर भाग पाता बटलर उसके पास आता है

और उसको उसके कंधों से पकड़ कर अपने कंधों पर उठा लेता है जिसके कारण क्रिश ने चिलाना शुरु कर दिया था। उसने बटलर के कंधों पर काट भी दिया था और साथ ही साथ उसने अपने हाथ पैर भी चलाए थे।

जहां तक कृष ने अपने पैरो से बटलर के सीने वी मारा था लेकिन उसके मरने से बटलर को कोई फर्क नहीं पड़ रहा था। जैसे ही कृष देखता है कि वह उसे नीचे नहीं उतार रहा तो वह जोर से चिल्लाते हुए बोलता है कि तुम लोग बहुत ज्यादा बुरे हो, बुरे लोग हो, तुम मुझे तुम लोगों से नफरत है।

काफी देर तक चिलाने और बच्चों की तरह पागलपन करने के कारण का उसकी आवाज बदल जाती है वो हल्की आवाज में वी सिर्फ यही बोल रहा था के मुझे नीचे उतारो सुना नही तुमने मुझे मेरी मॉम के पास जाना है।

वहीं सोफे पर बैठा हुआ अबीर यह सब देख रहा था लेकिन फिर भी उसने कुछ नहीं बोला वो कुछ सोच समझकर उस तरफ देखने लग जाता है जहां से अभी-अभी कृष को लिजाया गया था। वो अभी उधर देख ही रहा था कि तभी उसके कानों में विक्रम की आवाज पड़ती है। जो बोल रहा था कि सर आप आगे क्या करने वाले हैं।

वही बानी लगभग पागल हो गई थी कृष को डूंडते डुंडते। उसकी आंखो के सामने बार अबीर की ठंडी आंखे ही घूम रही थी। उस समय सबकी आंखों के सामने गाडियों का इतना लंबा काफिला गुजरा था और किसी को छिपा नहीं था सभी ने देखा था लेकिन जब वो थाने गई तो पुलिस ने कहा सीसीटीवी फुटेज में इसका कोई रिकॉर्ड नहीं है। जिसके कारण वो टूट गई थी।

उस इंसान ने उसे बिना सिर वाली मक्खी की तरह कृष की लाइफ से बाहर निकाल फेका था उसको कृष को डुंडना था लेकिन उसे समझ ही नहीं आ रहा था के कहा डंडे उसे क्यूंकि उसे तो पता ही नहीं था के वो इंसान कोन है।

वह अभी भी विदेश मंत्रालय में सिर्फ इंटर्न के तौर पर काम रही थी। इसलिए उसे वहा से बहुत मुश्किल से छुट्टी मिलती हैं।

हालोंकि, उसने कितने लोगों को क्रिश खोजने के लिए बोला, उसने अपने पिता को वी बोला जिसको उसने 5 साल पहले छोड़ दिया था। लेकिन अब उसके पास और कोई रास्ता नहीं था। लेकिन किसी को वी कृष का पता नहीं चल रहा था ऐसा लगता है जैसे कृष नाम का कोई बच्चा इस दुनिया में हो ही नहीं।

अगले दिन बानी पुलिस स्टेशन के लिए जा ही रही होती है कि तभी उसके सामने 5 काले रंग की कार आकर खड़ी हो जाती है। जैसे ही बानी उनका कार को देखती है तो वह पहले ही दिमागी तौर पर तैयार थी और उसने चलाकी से अपने चारों और देख लिया था कि उसको कोई खतरा तो नहीं है।

जैसे ही वह सब सोच रही होती है कि तभी उसका ध्यान एक कार की तरफ जाता है जिसका दरवाजा धक्का देकर खोल दिया गया था और उस कार से एक लंबा चौड़ा आदमी बाहर निकला था, जिसने काले रंग के कपड़े पहने हुए थे। वह आदमी उसके सामने आकर अपना सिर झुका कर बोलता है।

हेलो मिस सहगल,... जैसे ही बानी उसके मुंह से अपना सरनेम सुनती है तो उसकी आंखें सिकुड़ जाती हैं। वह उससे बोलती हैं कि तुम मुझे कैसे जानते हो क्योंकि बानी ने आज से पहले कभी उस इंसान को नहीं देखा था तो वह इंसान बानी की बात सुन कर मुस्कुरा देता है।

उसे बोलता है कि आप मुझे नहीं जानती लेकिन मैं आपको बहुत अच्छे से जानता हूं। मुझे जहां पर मेरे बॉस ने भेजा है जैसे ही बानी उसकी बात सुनती है तो वह अपनी भौंहे को ऊपर की तरफ मुड़ते हुए और अपने गुस्से भरी आवाज में पूछती है कि तुम्हारा बॉस कौन है तो वह बोलता है

कि आप को जल्दी ही पता चल जाएगा कि मेरा बॉस कौन है बानी उसकी बातों में ज्यादा इंटरेस्ट नहीं लेती। इसलिए वहां से जाने लगती है तो वह आदमी उसे बोलता है कि अगर आप अपने बेटे को देखना चाहती हैं तो आप हमारे साथ चल सकती हैं। नहीं तो आपको भी पता है

कि आप कभी भी अपने बेटे को ढूंढ नहीं पाएंगे। बानी जैसे ही उसकी बात सुनती है तोह उसके कदम अपनी जगह जम जाते है वो शॉक हो गई थी वह अपने मन में सोचती है कि इसका क्या मतलब है

कि मैं अपने बेटे को कभी ढूंढ नहीं पाऊंगी। वह अपने पीछे की तरफ मुड़ते हुए उस आदमी की तरफ घूर कर देखती है तो विक्रम मुस्कुरा देता है। उसके बाद वो बानी से बोलता है तो बानी भी उसके साथ चलती है हुए उसे पूछती है के कि तुम्हारा बॉस कौन है।

जिसने मेरी जिंदगी खराब कर दी और मेरे बेटे को लेकर जहां से चला गया बानी की बात सुन कर विक्रम मुस्करा देता है लेकिन कुछ नहीं बोलता उसके बाद वो जाकर पूरी रिस्पेक्ट के साथ कार का डोर ओपन करता है तोह बानी कार के अंदर जाकर बैठ जाती है।

बानी और बाकी बॉडीगार्ड की कार जाकर एक बड़े से बंगले के सामने जाकर रुकती है। वाणी अंदर से बहुत ज्यादा घबराई हुई थी, लेकिन उसे उसे इंसान पर गुस्सा भी आ रहा था। एक पल के लिए वह खुश भी थी क्यूंकि आखिर आज वह अपने बेटे से मिलने वाली थी।

पूरे 1 दिन के बाद वह अपने बेटे को ना देख पाने के कारण अब बहुत ज्यादा दुखी थी। लेकिन अब जब उसे पता था कि वह अपने बेटे से मिलने वाली है तो उसके दिल में एक राहत थी, लेकिन जैसे ही उसकी कार का दरवाजा खोला जाता है और वह कार से बाहर निकलती है

तो वह अपने सामने इतने बड़े मैंशन को देख कर शॉक हो जाती है क्योंकि इतना बड़ा तो सहगल मेंशन भी नहीं था। वह जैसे जैसे अपने कदम आगे बढ़ाती है तो वह मेंशन की खूबसूरती में कहीं खो जाती है क्यूंकि ये राष्ट्रपति भवन था, जिसको पूरी तरह से सजाया गया था

जहां पर साफ सफाई भी बानी जैसे हॉल में जाती है तो विक्रम उसे बोलता है कि मिस सहगल आप आज से यही रहेंगी अपने बेटे के साथ आप जहां चाहे वहां जा सकती हैं और जहां चाहे घूम सकती हैं, लेकिन कोई भी चलाकी मत कीजिएगा जैसे ही बानी उसकी बात सुनती है तो वह अपनी आंखों को छोटे-छोटे करके उसको घूर कर देखती है।

जिनको देखकर एक पल के लिए तो विक्रम भी घबरा जाता है। उसके बाद वहां से जाते हुए एक नौकर को बोलता है कि मैडम को उनका कमरा दिखा दो। वही एक नौकरानी आकर बानी के पास बोलती है कि चलिए मैडम मैं आपको आपका कमरा दिखा देती हूं। जैसे ही वाणी उस नौकरानी की बात सुनती है तो वह अपना सिर हा में हिला देती है

और उसके साथ चली जाती है। जैसे ही वह अपने रूम में पहुंचती है तो वो रूम को देख कर चौक जाती है क्योंकि उसका रूम बहुत ज्यादा बढ़ा था जैसे कि दो कमरों को मिलाकर एक रूम में बनाया गया हो और कमरे में साफ-सफाई तो थी। उसको पिंक कलर में सजाया गया था।

जहां तक कमरे के पर्दे भी एक पिंक कलर के थे। वह ऐसा लग रहा था जैसे किसी प्रिंसेस के लिए ये कमरा तैयार किया गया हो। उसके बाद नौकरानी बानी को बोलती है कि मैडम सामने

क्लोसेट रूम है यहां पर आपके लिए कपड़े रखे गए है। आप बदल लीजिए। नौकरानी बानी को बोलती है कि आप पहले अपने कपड़े बदल दीजिए

क्योंकि उसके बाद बॉस आने ही वाले होंगे। उसके बाद आप उन से मिल सकती हैं। जैसे ही बानी उसकी बात सुनती है तो वह अपना सर हां में हिला देती है और फिर क्लोसेट रूम में चली जाती है। लेकिन जैसे ही क्लोसेट रूम ओपन करके देखती है

तो उसका मुंह खुला का खुला रह जाता है क्योंकि उसकी आंखों के सामने बहुत सारे तरह-तरह के कपड़े रखे हुए थे, जहां पर थे। ट्रेडीशनल कपड़े अलग से रखे हुए थे। वहीं वेस्टर्न ड्रेस उसे अलग से रखी हुई थी और जो जॉब वाले कपड़े थे, वह अलग रखे हुए थे और घर वाले कपड़े अलग रखे हुए थे

और वहीं पर ड्रेसिंग टेबल पर मेकअप का सामान रखा हुआ था और एक साइड पर उसके जूतों का अलग रखा गया था। जहां तक उसके जूते सैंडल रखी हुई थी। बैग भी अलग-अलग तरह से रखे हुए थे।

वह सब देख कर तोह उसका सिर चकरा रहा था। उसके बाद एक नाइट ड्रेस ले लेती है। जो कि बहुत ज्यादा खूबसूरत थी और वाशरू में तैयार होने के लिए चली जाती है। जैसे ही नौकरानी देखती है तो वह बोलती है। के मैम आपकी चॉइस बहुत ज्यादा अच्छी है। बानी एक शॉट्स और व्हाइट वाइट कलर की शर्ट पहनी हुई थी जिसमें वह बहुत ज्यादा हॉट एंड सेक्सी लग रही थी।

बानी जब उस नॉकरानी की बात सुनती है तोह वो मुस्करा देती है उसके बाद उसको थैंक्स बोलती है उसके बाद वो नौकरी के साथ नीचे हॉल में चली जाती है तभी एक नौकरानी उसे चाय का कप देती है बानी चाय पीने के बाद उसने देखा के टेबल अखबार रखा हुआ था

तोह वो उसे उठा कर रीड करने लग जाती है अभी उसे न्यूजपेपर रीड करते हुए कुछ ही टाइम हुआ था के तभी उसके कानो में मेबहार से कुछ कार के आने की आवाज पढ़ती है। इसके बाद वह देखती है कि सभी नौकर एक के बाद एक बहार की तरफ भाग रहे हैं।

तभी उसे थोड़ा सा अजीब लगता तोह वो एक बूढ़े नौकर को रोक कर पूछती है के सभी बाहर की तरफ क्यों भाग रहे है तो वो नौकर उसे बोलता है के मैडम आप वी चलिए हमारे साथ सिर आ गए है। बानी जैसे ही उस नौकर की बात सुनती है तो वह अखबार वही नीचे रख देती है

और उस नौकर के साथ बाहर चली जाती है वह भी देखना चाहती थी कि वह आदमी कौन है वह अंदर से बहुत ज्यादा उत्तेजित हो रही थी लेकिन वो अपने अंदर से थोडा कड़वा और नर्वसनेस मेहसूस कर रही थी आज तक उसने उस इंसान को सिर्फ अपने सपने को देखा था लेकिन आज वो उस इंसान को अपनी आंखो से सामने से देखने वाली थी। लेकिन वह उसकी बॉडी से महसूस कर सकती थी कि वह कितना ज्यादा स्ट्रॉन्ग और खतरनाक है।

वाणी जैसे ही बाहर आती है तो वह देखती है के सभी कार के बीच वाली कार का डोर खुल रहा है और धीरे-धीरे उस कार से एक लंबी परछाई बाहर निकल रही थी। बाहर धूप चमक रही थी जो कि उसको उसकी आंखें बंद करने के लिए मजबूर कर रही थी, लेकिन वह उस आदमी का चेहरा नहीं देख पा रही थी।

लेकिन उसके शरीर से निकलने वाले आभा उसका चलने का तरीका उसके आसपास का माहौल महसूस कर सकती थी कि उस आदमी का औरा कितना ज्यादा खतरनाक है। धीरे धीरे जैसे-जैसे वह आदमी अपने कदम आगे बढ़ा रहा था

तो उसके आसपास वाले बॉडीगार्ड अपने कदम से कदम मिला कर उसके साथ चल रहे थे और उसको चारों तरफ से घेर कर रख रहे थे। वह आदमी जैसे जैसे अपने कदम बढ़ा रहा था तो वह बानी की तरफ ही देख रहा था। उसके मन में भी 5 साल पहले वाली रात चलने लगी थी,

लेकिन वह स्पष्ट नहीं कर सकता था कि उसके दिमाग में इस समय क्या चल रहा है क्योंकि उसके चेहरे पर अभी भी ठंडेपन वाले भाव थे। उसकी परछाई जो इतनी ज्यादा लंबी थी, उसने पूरा का पूरा बानी को ढक लिया था।

बानी जब देखती है कि उसके सामने कोई खड़ा है तो वह अपनी नजर उठा कर देखती है तोह उसकी नसे उस इंसान की नजरो से जा टकराती है। क्योंकि बानी उससे हाइट में बहुत ज्यादा छोटी थी। जैसे ही बानी उस आदमी को देखती है तो उसकी दिल की धड़कन तेज हो जाती है क्योंकि ये वही आदमी था जो हर रात उसके सपनों में आता था, लेकिन जैसे ही वह लोगों के ताने और अपने बच्चे को नाजायज वाले शब्द याद करती है तो वह गुस्से से अपने दांत पीस लेती है।

तभी सभी के कानों में एक तड़ाक की आवाज पड़ती है तो सभी लोग अपनी जगह पर जम जाते है। और वही अबीर का चेहरा दूसरी साइड झुक गया था क्योंकि बानी ने उसके चेहरे पर थपड़ मारा था बानी का थपड़ ही इतना जोरदार था के अबीर के चेहरे पर उसकी छाप छप गई थी।

अबीर को इतना ज्यादा गुस्सा आता है तो वह अपना चेहरा ऊपर उठाकर गुस्से वाली नजरों से बानी को घूर कर देखता है। अगले ही पल वह बानी को उसके कंधों से कसकर पकड़ लेता है

जिसके कारण बानी घबरा जाती है, लेकिन तभी सभी के कानों में विक्रम की आवाज पड़ती है जो अबीर को शांत करने की कोशिश करते हुए बोलता है कि प्रेसिडेंट सर,,, जैसे ही बानी प्रेसिडेंट सर सुनती है है तोह वो शॉक शॉक हो जाती हैं।

विक्रम जब देखता है के उसका बॉस गुस्से से पागल होने वाला है तोह वो जल्दी से आगे आता है और बानी को देख कर बोलता है के गुड इवनिंग मिस सहगल, बानी तोह अभी वी गुस्से से अबीर को घूर जा रही थी तभी विक्रम देखता है

के अबीर ने कितनी जोर से बनी के कंधो को पकड़ रखा है तोह वो अबीर को धीरे से बोलता है सर....... इससे आगे वो कुछ बोलता के तभी अबीर ने गुस्से से अपना चेहरा ऊपर उठा कर उसे चुप करा दिया और उसके चेहरे पर अभी वी ठंडे भाव बने हुए थे। जिसको देख कर उसके आस पास खड़े लोग मुश्किल से सांस लेने की हिम्मत नहीं कर पा रहे थे।

तभी उन सभी के कानो में एक बार फिर से बानी के गुस्से वाली आवाज पड़ती है जो बोल रही थी के मुझे जाने, इतने सारे लोगो के सामने तुम एक औरत को धमकाने की हिम्मत करते हो...

कैसे आदमी हो तुम,,,,,

दर्द साफ उसके चेहरे पर दिखाई दे रहा था उसका चेहरा पीला पड़ गया था, वो अबीर की पकड़ से छूटने की कोशिश कर रही थी लेकिन अबीर की पकड़ से खुद को छुड़ा नही पा रही थी। हालांकि उसे कराते आते थे लेकिन उसके सामने जो आदमी था वो उससे कई गुना ज्यादा ताकतवर था।

उसने उस आदमी की तरफ देखा,,,, जिसने उसे पकड़ रखा था,,,, उसने उसे बोला के अपने लोगों को जाने को बोलो, और मेरा अब भी तुम्हारे साथ अच्छा हिसाब करना बाकी है।।

तभी विक्रम बोलता है,,

प्रेसिडेंट सर,,,.....

उसके बाद अपने मन में बोलता के क्या ये औरत प्रेसिडेंट सर से बिल्कुल वी नी डर रही, क्या देख नी रही के जालाद कितना ज्यादा गुस्से में है,,,, क्या सच में इसमें इतनी हिम्मत है के जो ये प्रेसिडेंट से ऊंची आवाज में बात कर रही।।।।

वहां खड़ा हर सख्स इस समय डरा हुआ था। के कही अबीर गुस्से में आकर इस लड़की को जान से न मार दे।

वही अबीर गुस्से से बानी को घूर रहा था। उसकी आँखें ठंडी और तीखी थीं, मानो वो वो बानी को अपनी आंखो से मार देगा, वही बानी वी उसकी आंखो को देख कर डर गई थी। लेकिन अपने चेहरे पर उसने डर नही आने दिया,,, वह नहीं चाहती थी। कोई उसे डरपोक और कमजोर समझे और डर कर वो सभी की आंखो में अपनी इज्जत को दे।।।

फिर उसने घूर कर अपने सामने वाले इंसान को देखा जो उसे अपनी खा जाने वाली नजरों से खा जायेगा...

बानी का पता नहीं ये बिहार था या नहीं, लेकिन उसे हमेशा ऐसा लगता है... ये इंसान कुछ जाना पहचाना सा लगता है...

वही अबीर गुस्से में बानी को छोड़ देता है जिससे उसके कदम लड़खड़ा जाते है लेकिन वो गिरी नहीं। इससे पहले के वो कुछ सोच पाती के अभी अभी क्या हुआ उसके कानो में अबीर की गुस्से वाली आवाज पड़ती है जो बोल रहा था के मेरे पीछे अंदर आओ ।।।।

और फिर सख्त और कठोर भाव के साथ मेंशन के अंदर जाने के लिए उसने बानी के हाथ को कस कर पकड़ लिया जिससे बानी की कलाई में दर्द हो रहा था।

वही बानी के कानों में अभी वी उसकी गहरी और कठोर आवाज गूंज रही थी। जिससे एक पल के लिए तोह बानी कांप गई। अगले ही पल अबीर उसे बेरहमी से घसीटटे हुए मेंशन के अंदर ले गया जिससे गई बार बानी गिरने को हुई लेकिन वो बच गई।

एक बड़े से स्टडी रूम में बानी और अबीर मौजूद थे बाकी सभी को विक्रम ने पहले ही वहा से डोर भेज दिया था। अबीर इस समय एक कांच की खिड़की के सामने खड़ा था।। सूरज की किरने उसके गोरे चेहरे पर पड़ रही थी।

जिससे उसका चेहरा चमक रहा था। उसने अपने दोनो हाथो को अपनी पैंट की जेब में डाला हुआ था। लेकिन उसके चेहरे पर गुस्सा अभी वी साफ दिखाई दे रहा था। वही बानी को स्टडी रूम का माहौल थोड़ा सा डरावना लग रहा था

जिससे वो मुश्किल से सांस ले पा रही थी। दोनो तरफ शांति छाई हुई थी बानी को तोह समझ ही नी आ रहा था के कैसे बात सुरु करे क्योंकि वो इस समय अबीर से बहुत ज्यादा डरी हुई थी। वो जैसे ही कुछ बोलने के लिए अपना मुंह खोलती तोह डर के मारे अपने शब्दों को वापस निगल लेती।

जब काफी समय तक कोई आवाज़ नही आती तोह अबीर अपनी एरोगेंट और रूड आवाज में बानी से बोलता है के तुम्हारे पास क्या तुम्हारी शिकायतों की लिस्ट है। ये पहल वी अबीर ने हो की थी बोलने की नहीं तोह पहले उसको देख कर ऐसा लग रहा था।

जैसे कोई गूंगा आदमी बानी के सामने खडा हो। उसने सोचा के जब वो पांच साल पहले उसे लेने नहीं आया अब क्यों पांच साल बाद उसने कृष को उससे छीना ।।

लेकिन......

बानी जैसे ही उस इंसान की बात सुनती है तो उसे बहुत ज्यादा गुस्सा आता है। एक बार फिर से जो उसका गुस्सा शांत हो गया था, वह फिर से भड़क गया क्योंकि उसकी आंखों के सामने फिर से वह 5 साल पहले वाली यादें घूमने लग जाती है।

कैसे उसको घर से बाहर निकाला गया था। कैसे उसका हर जगह अपमान किया गया था। कैसे उसेने दुनिया वालों के ताने सुने थे। कैसे उसके बच्चे को एक नजायज होने का टैग मिल गया था जिसके कारण उसने इन पांच सालो में बहुत कुछ झेला था

और जहां तक के उसे देश मछोड़ना पड़ा था और अब जो इंसान अचानक से आकर कहता है कि मैंने अपना बच्चा वापस ले लिया, इसलिए वह गुस्से से जैसे ही अपने कदम आगे बढ़ा कर उस इंसान के चेहरे पर थप्पड़ मारने वाली होती है कि तभी अबीर जोर से उसकी कलाई पकड़ लेता है।

बानी को ऐसा लगता है कि जैसे उसकी कलाई टूटने वाली है। क्योंकि अबीर ने बहुत जोर से उसकी कलाई पकड़ रखी थी। बानी उस पर चिलाते हुए बोलती है कि छोड़ो मुझे जाने दो,

लेकिन अबीर का उसे जाने देने का कोई इरादा नहीं था। इसलिए बानी देखती है कि वह उसका हाथ नहीं छोड़ रहा तो वो गुस्से में आकर अबीर के हाथ के पिछले हिस्से पर जोर से काट लेती है जिसके कारण अबीर के हाथ पर उसके दांतो छप गए की उस से खून निकलने लगा था।

उसने अपने चेहरे पर ठंडे भाव लाकर वानी को घूर कर देखा और सोचा ये लड़की उसके नीचली रेखा को चुनौती दे रही है। इसलिए वह गुस्से में बानी से बोलता है के बानी सहगल अब बहुत हुआ..... उसकी गुस्से वाली आवाज को सुन कर बानी डर जाती है

और जैसे ही वह पीछे होने वाली वाली होती है तो अबीर उसको उसकी कमर से पकड़ कर सही से खड़ा कर देता है और उसे सही से खड़े करते हुए बोलता है कि यह मत समझो कि मैं तुम्हें कुछ कह नहीं रहा हूं।

मैं बस तुम्हें कुछ कहना नहीं चाहता। वही बानी की आंखों में आंसू आ गए थे क्योंकि उसके पास जीने की वजह कोई नहीं थी। अगर उसके पास कृष ना होता तोह वो कब का इस दुनिया को छोड़ कर जा चुकी होती। इसलिए अब उसे इस इंसान से और भी ज्यादा नफरत हो रही थी।

अबीर जब उसकी भीगी आंखों को देखता है तो वो उसके हाथ को छोड़ अपना चेहरा दूसरी तरफ करके खड़ा हो जाता है। तभी बानी उसके सामने जाकर खड़े होते हुए बोलती है कि में तुम्हारे आगे हाथ जोड़ती हूं।

मुझे मेरा बच्चा लौटा दो। मैं उसके बिना नहीं जी पाऊंगी और ना ही वह अपनी मां के बिना रह पाएगा। अबीर जब बानी की बात सुनता है तो वह बानी को घूर कर देखता है। उसके होठों से सिर्फ 4 शब्द ही निकलते हैं। """यह नामुमकिन है"""

जैसे ही बानी जे सुनती है तो उसे और भी ज्यादा गुस्सा आ जाता है। इसलिए बो अबीर का कॉलर पकड़ कर अपनी तरफ खींचते हुए दांत पीसते हुए बोलती है कि तुम मेरी बात समझ क्यों नहीं रहे हो।

5 साल पहले जो भी हुआ, मैं तुमसे बहुत ज्यादा नफरत करती हूं। मेरे पास जीने के लिए कुछ नहीं है। प्लीज मुझे मेरा बेटा लौटा दो। तुम सुन क्यों नहीं रहे हो। मैं तुमसे और कुछ नहीं चाहती, लेकिन अबीर पर उसकी बातों का कोई असर नहीं हो रहा था। वही बानी उसे समझाते हुए बोलती है के एक मां को उसके बच्चे से दूर करना गलत है।

बानी का गुस्सा शांत ही नी हो रहा था।

उसे लगा के अब वो गुस्से से फटने वाली है। उसने एक गहरी साँस ली, अपने आप को शांत किया, और फिर शांति से बोली, "तुम **** कौन हो? डाकू हो,, चोर हो? जिसने मेरे बेटे को मेरी बिना परमिशन के अपने पास रखा है वो तोह सिर्फ डाकू ही हो सकता है। क्या तुम नी जानते किसी को उसकी मर्जी के बिना अपने पास रखना कितना गलत है... आपको पता होना चाहिए के अगर आप उसे मुझे वापस नहीं लौटा देते तो आपके साथ क्या हो सकता है।

वह असल में दूसरों पर हावी नहीं होना चाहती थी, लेकिन अब उसके पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था। तभी उसके कानो में अबीर की रूड वॉइस पड़ती है

"अबीर सिंह राठौड़।"

अबीर ने उसके उसके सामने अपना असली नाम रख दिया जिससे बानी इतना ज्यादा चौंक गई के वो जोर से चिला देती है

"क्या?" एक बार फिर से अबीर बोलता है।

"मेरा नाम ।"

"अबीर,.... सिंह,... राठौड़?" बानी ने अपने कांपते होठों से इन तीन जाने पहचाने नाम के शब्दों को बड़बड़ाया और फिर अपना चेहरा ऊपर उठा कर उसने अपने सामने वाले इन्सान को ध्यान से देखा। जब उसने उसे ध्यान से देखा तो वह अपनी जगह पर जम गई। और अपने आप से ही बड़बड़ाई,....

"... श्री राष्ट्रपति?"

वह एकदम चौंक गई। लंबे समय तक, उसका दिमाग खाली हो गया और उसे ये सुन कर अब थोड़ा सा चक्कर आ रहा था। उसने खुद से सोचा के क्या वो सपना देख रही है... कृष का पिता अबीर सिंह राठौड़,,, जो के एक राष्ट्रपति है.....

वो कैसे हो सकता है।।। जिन्होंने 5 साल पहले राष्ट्रपति का पद संभाला था। उसने अपने होठों को जोर से काट लिया और उसका कॉलर छोड़ कर अबीर से 2 फीट की दूर पर खड़ी हो गई।

उसके बाद उसने उसके उस हाथ को देखा यहां पर उसने काटा था,,, हाथ पर दाँत के निशान साफ दिखाई दे रहे थे।

वहीं अबीर बानी का जवाब सुनकर बहुत ज्यादा संतुष्ट था उसके चेहरे पर जो ठंडे भाव थे, वह शांत हो गए थे। उसके बाद वो बानी को देख कर बोलता है के फ्यूचर में अगर तुम्हें कुछ पूछना हो जा तुम्हारा कोई सवाल हो तो तुम नौकरानी से पूछ सकती हो।

तुम पहले की तरह अपना काम जारी रख सकती हो, लेकिन एक बात जरूरी है। मिस सहगल तुम्हारे लिए जानना के तुम कृष की सेफ्टी के लिए कभी भी तुम उसकी पहचान के बारे में किसी को नहीं बताओगी। यह मेरा ऑर्डर समझो ।।।।

वहीं बानी अभी भी सदमे में थी जिससे वह थीरे-धीरे उबर रही थी। वह अबीर की बात सुन कर मुंह बना लेती है जिससे वह बहुत ज्यादा क्यूट और प्यारी लग रही थी। उसके बाद वह अपने मन में बड़बड़ाते हुए बोलती है कि huuhhh,,,

बड़े आए मुझे बोलने वाले क्या इनको सच में लगता है कि अगर मैंने सच में लोगों को ऐसा बोला कि सुनो भाई और बहनों आपको एक राज की बात बताती हूं कि मेरे बेटे का पिता जो है ना वह अबीर सिंह राठौड़ है जो हमारे देश का राष्ट्रपति है तो लोग मुझे अपने जूतों से निवाजेंगे और मुझ पर हसेंगे।

लेकिन फिर वह अबीर की तरफ अपनी आंखे छोटी करके घूरते हुए बोलती है कि मुझे आपसे कुछ पूछना है तो अबीर अपनी बाहों को ऊपर की तरफ उचकाते हुए बोलता है कि क्या पूछना है...... तो बानी बोलती है।

कि आपने क्रिश को जन्म देने के लिए मुझे ही क्यों चुना। दुनिया में और भी बहुत सारी लड़कियां थी तो अबीर ने सिर्फ इतना बोला कि तुम्हारा ब्लड ग्रुप मेरे ब्लड ग्रुप के लिए बिल्कुल फिट बैठता था और कृषि के लिए भी।।

उसके बाद वो चुप हो जाता है उसके बाद वो उसे स्टडी रूम से जाने के लिए बोल देता है। बानी वी मुंह बनाते हुए वहा से चली जाती है। इन सब में एक बात थी के वो अपना गुस्सा और नफरत तो भूल ही गई थी जो पांच सालो से उसके मन में थी अबीर के लिए जब उसने सुना के अबीर देश का प्रेसिडेंट है।

स्टडी रूम के अंदर।

राष्ट्रपति के हाथ पर काटने के निशान को देखकर विक्रम चौंक गया। उसके बाद उसने अपना सिर लाचारी में हिलाते हुए सोचा के लगता है मिस सहगल बॉस की तरह ही सख्त इंसान है। उसके बाद जाकर एक first-aid box लेकर आया और फिर अबीर के हाथ पर पाती करने लगा

हालांकि ये उतना बड़ा घाव नही था लेकिन अगर किसी ने उसके हाथ पर दांतो के निशानों को देखा तोह ये एक बड़ी खबर बन सकती है। अबीर ने पट्टी कराने के बाद विक्रम की तरफ देखा और फिर पूछा के बानी ने लंदन में विदेश मंत्रालय में कैसे काम किया? ऐसा लग रहा था जैसे के वो बस लापरवाही से पूछ रहा हो।

तभी उसकी बात सुन कर विक्रम बोलता है के मैंने सुना है कि वह बहुत अच्छी थी अपने काम में। वहा के मंत्री उसे बहुत पसंद करते थे।

उसकी बात सुन कर अबीर ने बस 'हम्म' बोला और फिर उसने फिर से कोई सवाल नहीं पूछा। विक्रम वी कुछ नही बोला लेकिन फिर सोच कर बोला के मुझे नहीं पता कि मिस सहगल फ्यूचर में अपना काम कैसे करेंगी।

आखिर क्या होने वाला है अब आगे ??? क्या बानी और अबीर के बीच में जो इतनी ज्यादा दूरियां है, यह खत्म हो पाएगी??? क्या अबीर और बानी की जिंदगी में प्यार पनप पाएगा??? क्या बानी कृष को अबीर से दूर कर देगी या फिर अबीर बानी को कृष से दूर कर देगा???? आखिर क्यों अबीर ने बानी को अपने मेंशन में रुकने के लिए बोला ??? क्या इसके पीछे है अबीर की कोई साजिश ???? क्या होगा जब दुनियां बालों को पता चलेगा के अबीर ने एक 18 साल की लड़की को बिना उसकी मर्जी के प्रेगनेंट कर दिया ??? क्या बानी की प्रेगनेंसी के पीछे किसी की साजिश थी?????। जानने के लिए रीड करते रहिए story क्योंकि आगे स्टोरी रोमेंटिक होने वाली है और आपको कृष की दबंग गिरी वी देखने को मिलेगी दोनों बाप बेटे की नोक झोंक देखने को मिलेगी।

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Khushi

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